लग्न या लग्नेश की स्थिति यदि जन्म या लग्न कुंडली में लग्न या लग्नेश का द्वादश, द्वादशेश, मंगल और शनि या इनमें से किसी दो का भी सम्बन्ध प्रत्यक्ष रूप से हो तो व्यक्ति के अंदर भ्रम की स्थिति रहती है या मन में सदैव कोई अनजाना भय समाया हुआ रहता है या कोई भी निर्णय लेने में लम्बा वक़्त लगता है या कोई भी जोखिम लेने में अत्यधिक देर लगता है या जरा जरा सी बात में तनाव हो जाता है या नकारात्मकता की अधिकता एवं आत्मविश्वास में कमी रहती है...! -------------------------------------- यदि कुछ ऐसी ही स्थिति नवमांश कुंडली में भी रहती है या चन्द्रमा भी प्रभावित हो जाता है तो स्थिति में प्रतिकूलता अधिक हो सकती है ------------------------------------------- ऐसे किसी भी व्यक्ति को मेरा व्यक्तिगत परामर्श है कि समय रहते इस सम्बन्ध में और अधिक स्पष्टता या जानकारी के लिए किसी भी शिक्षित, ज्ञानी, अनुभवी एवं विश्वसनीय ज्योतिषी से ही परामर्श प्राप्त करें...! 🙏🌹🌹🙏 अग्रिम शुभकामनायें सुभाष वर्मा ज्योतिषाचार्य कुंडली, नामशास्त्री, रंगशास्त्री, अंकशास्त्री, वास्तुशास्त्री, मुहूर्त ---------------------------- केवल ज्योतिष - चमत्कार नहीं आत्मविश्वास बढ़ाएं - अन्धविश्वास भगाएं ---------------------------- www.AstroShakti.in [email protected] www.facebook.com/astroshakti