ज्योतिष क्यों और कैसे

ज्योतिष क्यों और कैसे जीवन में सुख और सफलता में बृद्धि और समस्याओं में कमी के लिए ज्योतिष को स्वयं जानना और समझना अर्थात सीखना ही चाहिए ...? विशेष बात यह है कि जिस प्रकार एक सुखद जीवन के लिए सामान्य शिक्षा की प्राप्ति आवश्यक है अर्थात शिक्षा प्राप्ति का यह अर्थ नहीं है कि वह व्यक्ति दूसरों को पढ़ाये ही…! इसी प्रकार ज्योतिष शिक्षा प्राप्ति का भी यह अर्थ नहीं है कि उसको ज्योतिषी का ही काम करना है बल्कि अपने को जागरूक बनाने के लिए, ठग और शातिर लोगों से बचने के लिए, अपने और अपनों को अच्छे से जानने एवं समझने के लिए, सुखद और सफल जीवन के लिए भी ज्योतिष सदैव लाभदायक है…! इस बात से कुछ लोग सहमत होंगें तो कुछ लोग नहीं भी होंगें जो कि स्वाभाविक भी है इसलिए मैंने कुछ बातों के माध्यम से आपको यह बताने का प्रयास किया है कि ज्योतिष को जानना हर एक व्यक्ति के लिए क्यों लाभदायक है, अतः एक बार निम्नलिखित बातों को अवश्य पढ़ें :- ----------------------------------------------- मानव जीवन में भ्रम, आशंका, लोभ, भय और गलतफहमी का भंडार है और यदि इसके कारणों को जानना है एवं इसमें कमी करनी है तो ज्योतिष को जानना एवं समझना आरम्भ कर दिजिये, क्योंकि इसके लिए इससे उत्तम और कोई माध्यम हो ही नहीं सकता...! ----------------------------------------------- जिस प्रकार सरल जीवन के लिए न्यूनतम दसवीं तक की सामान्य शिक्षा होनी चाहिए उसी प्रकार सुखद जीवन के लिए ज्योतिष का सामान्य ज्ञान भी होना चाहिए...! --------------------------------------------- पुरुष के मुकाबले यदि महिलायें ज्योतिष की सामान्य जानकारी प्राप्त कर लें तो पूरे समाज में एक जबरजस्त क्रांतिकारी परिवर्तन आ सकता है, आप केवल कल्पना करके देखिये...! -------------------------------------------- कहते हैं कि परिवार में यदि एक महिला शिक्षित हो तो पूरा परिवार शिक्षित हो सकता है इसी प्रकार यदि एक महिला को ज्योतिष की सामान्य जानकारी हो तो पूरा परिवार इसका लाभ ले सकता है...! -------------------------------------------- विज्ञान और आस्था के दरबार से निराश लोगों की अंतिम मंज़िल ज्योतिष और ज्योतिषी ही होता है, यह एक ऐसा कड़वा सच है जिसको सार्वजानिक रूप से मानना सभी के लिए संभव नहीं...! -------------------------------------------- विज्ञान की सीमाएं जहाँ समाप्त होती हैं वहीं से आस्था की सीमाएं प्रारम्भ होती है और आस्था की सीमाएं जहाँ समाप्त होती हैं वहीं से ज्योतिष की सीमाएं प्रारम्भ होती हैं, इस बात को सार्वजानिक रूप से स्वीकारना सभी के लिए संभव नहीं...! --------------------------------------------- विज्ञान, जीवन को गति देता है और ज्योतिष, जीवन को स्पष्ट दिशा अर्थात यदि स्पष्ट दिशा को गति का साथ मिल जाय तो परिणाम कैसा होगा यह बात आसानी से समझी जा सकती है...! ---------------------------------------------- मांगलिक दोष, शनि की साढ़े साती, शनि की ढैय्या, शनि की दशा, राहु - केतु की दशा, पितृ दोष, कालसर्प योग, इत्यादि ऐसे ज्योतिषीय शब्द हैं जिनसे आम लोग लोग भय खाते हैं, इसलिए इनकी सच्चाई को यदि जानना है तो सबसे पहले ज्योतिष को जानना और समझना ही होगा क्योंकि इसका और कोई विकल्प नहीं है...! ---------------------------------------------- मानव जीवन में सामान्य रूप से प्रचलित भारतीय ज्योतिषीय उपाय कितने लाभकारी या कितने कारगर होते हैं, यदि इनकी सच्चाई को जानना है तो सबसे पहले ज्योतिष को जानना और समझना ही होगा क्योंकि इसका और कोई विकल्प नहीं है...! ---------------------------------------------- भारतीय ज्योतिष में वर्णित और कुंडली में स्थित अशुभ ग्रह को शुभ ग्रह या कमज़ोर ग्रह को मजबूत ग्रह के रूप में बदलना, क्या किसी प्रकार सम्भव है...? यदि इस बारे में जानना है तो सबसे पहले ज्योतिष को जानना और समझना ही होगा क्योंकि इसका और कोई विकल्प नहीं है...! --------------------------------------- क्या चंद मिनटों में किसी भी कुंडली को देखकर किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है और सम्बंधित व्यक्ति को इसके बारे में समझाया जा सकता है...? यदि इस बारे में जानना है तो सबसे पहले ज्योतिष को जानना और समझना ही होगा क्योंकि इसका और कोई विकल्प नहीं है...! ------------------------------ भारतीय ज्योतिष के अनुसार मानव जीवन में अधिकतम सुख 40% और न्यूनतम दुःख 60% ही निर्धारित है, लेकिन इस स्तर में भी सुखद बदलाव के लिए ज्योतिष को जानना एवं समझना ही होगा क्योंकि इसका और कोई दूसरा विकल्प नहीं है...! --------------------------------------------- शिक्षा, स्वास्थ, विवाह, विवाहित जीवन, कार्यक्षेत्र के सम्बन्ध में यदि आपको ज्योतिष की जानकारी है तो आप अच्छे से अच्छा परिणाम प्राप्त कर सकते हैं...! --------------------------------------------- विवाहित जीवन को और अधिक सुखद एवं सफल बनाने के लिए यदि समय रहते ज्योतिष को जान और समझ लिया जाय तो निश्चित रूप से भविष्य में बहुत सारी अनहोनी को टाला भी जा सकता है...! --------------------------------------------- स्वयं को जानने और समझने के लिए किसी दूसरे के चक्कर क्यों काटना अर्थात स्वयं को जानने और समझने के लिए समय रहते ज्योतिष को जानिये और समझिये क्योंकि इसके लिए इससे उत्तम और कोई माध्यम हो ही नहीं सकता...! --------------------------------------------- बहुत कुछ खोकर और अत्यधिक देरी से थोड़ा सा पाने की अपनी प्रवृत्ति से बचने के लिए समय रहते ज्योतिष को जानिये और समझिये क्योंकि इसके लिए इससे उत्तम और कोई माध्यम हो ही नहीं सकता...! ------------------------------------------- कुछ लोगों से हमें जीवन में बहुत कष्ट मिलता है फिर भी हम उनसे सम्बन्ध नहीं तोड़ पाते हैं क्यों...? इसका उत्तर हमें केवल ज्योतिष के माध्यम से ही मिल सकता है और कोई दूसरा विकल्प नहीं है इसके लिए...! -------------------------------------------- जीवन को यदि अच्छे से जीना है तो समय रहते नीयत और नियती के अर्थ और अंतर को समझना ही होगा और इसके लिए हमें समय रहते ज्योतिष को जानना और समझना होगा क्योंकि कोई दूसरा उत्तम विकल्प नहीं है इसके लिए...! ------------------------------------------ यदि आप अपने किसी समस्या या कष्ट से पीड़ित हैं और अथक प्रयासों एवं उपायों के बाद भी इससे मुक्ति नहीं मिल पा रही है तो इसके कारणों को और अपने आप को जानना प्रारम्भ कर दीजिये अर्थात ज्योतिष को जानना एवं समझना आरम्भ कर दिजिये, क्योंकि इसके लिए इससे उत्तम और कोई माध्यम हो ही नहीं सकता...! ---------------------------------------------- ज्योतिष से यदि लाभ लेना है तो इसको व्यक्तिगत रूप से जानना और समझना ही होगा क्योंकि इसके पश्चात ही किसी शिक्षित, ज्ञानी एवं अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श सही रूप में और अधिक लाभकारी हो सकता है...! ------------------------------------------------ अब प्रश्न यह उठता है की ज्योतिष कि जानकारी कैसे ली जाए या ज्योतिष कैसे सीखा जाए, तो इसका उत्तर बहुत सरल है अर्थात जैसे आप एक अच्छे स्कूल या शिक्षण संस्थान को और एक अनुभवी उत्तम शिक्षक को अपने लिए ढूंढ लेते हैं उसी प्रकार आप एक शिक्षित, ज्ञानी एवं अनुभवी ज्योतिषाचार्य या एक प्रतिष्ठित ज्योतिष संस्थान भी ढूंढ सकते हैं, आवश्यकता है अपने लिए केवल एक सच्ची सोच और एक ईमानदार प्रयास की...! उम्र के किसी भी पड़ाव में ज्योतिष की शिक्षा ली जा सकती है, आवश्यकता है अपने लिए केवल एक स्वस्थ, सकारात्मक और जागरूक सोच की...! ------------------------------------------------- उपरोक्त वर्णित विचार एवं शब्द पूर्णतया मेरे व्यक्तिगत हैं इसलिए आपका इससे सहमत होना कोई आवश्यक नहीं है या यह आपके बौद्धिक स्तर पर निर्भर है...! फिर भी यदि आप चाहें तो अधिक स्पष्टता के लिए मुझसे संपर्क कर सकते हैं...! +91 -9868441416 , +91 - 9103966776 ----------------------------------------- 🙏🌹🌹🙏 अग्रिम शुभकामनायें ...! सुभाष वर्मा ज्योतिषाचार्य ----------------------------- कुंडली, नामशास्त्री, रंगशास्त्री, अंकशास्त्री, वास्तुशास्त्री, मुहूर्त www.astroshakti.in केवल ज्योतिष - चमत्कार नहीं आत्मविश्वास बढ़ाएं - अन्धविश्वास भगाएं www.facebook.com/astroshakti

Written & Posted By : Subhash Verma Astrologer
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